coronavirus disease vs seasonal viral fever

coronavirus disease vs seasonal viral fever: कोरोना वायरस का जिक्र शुरु होते ही एक सवाल उठना शुरु हो जाता है और वह यह है कि क्या कोरोना से उत्पन्न वायरल फीवर और सामान्य वायरल फीवर में क्या अंतर है कैसे पहचाने की यह कोरोना हे या सामान्य वायरल बुखार। उत्तर प्रदेश स्थित हिंद मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में कार्यरत डॉ. बंसल ने इस विषय पर कहाकि – इन दोनों में बहुत सूक्षम अंतर है और इसे पहचाना मुश्किल है । शुरुआती लक्षण एक-दूसरे से काफी मिलते हैं परंतु यदि निगरानी की जाए तो इसेपहचानना संभव है ।

coronavirus disease vs seasonal viral fever
coronavirus disease vs seasonal viral fever

सामान्य वायरल फीवर और कोरोना फीवर की बुखार और संक्रमण की अवधि क्या है ?

अनेक वरिष्ठ चिकित्सक हमेशा से यह कहते हे कि सामान्य वायरल बुखार की अवधि अधिक से अधिक एक हफ्ता होती है और एक हफ्ते बाद उपचार या बगैर उपचार के यह वायरल फीवर ठीक भी हो जाता है । वहीं अगर बात कोरोना वायरस में होने वाले बुखार और इंफ्लमैशन की करें तो इसकी अवधि 14 दिन तक हो सकती है ।

एक चिकित्सक के रूप में जाने कोरोना वायरस फीवर से क्या होता है ?

सामान्य वायरल बुखार में हमारे खून के अंदर लिंफोसाइड्स बढ़ते हैं जबकि कोरोना से होने वाले बुखार में यह कम होते हैं । सामान्य लोगों के खून में ईएसआर सामान्य के आस पास रहेगा लेकिन कोरोना से उत्पन्न फीवर में यह ईएसआर बढ़ता है ।इसके अलावा सी-रिएक्टिव प्रोटिन भी सामान्य वायरल फीवर में सामान्य स्थिति में रहता है जबकि कोरोना वायरस के मामले में यहां सी-रिएक्टिव बढ़ जाएगा । इसका अर्थ यह है कि कोरोना वायरस एक्यूट इन्फ्लामेशन करता है, यहां तक की बाकि वायरस के मुकाबले यह अधिक इन्फ्लामेशन करता है, जिसके कारण से शरीर में ऑक्सीज़न की कमी होती है और व्यक्ति को अचानक तेजी से निमोनिया हो जाता है । हलाकि भारत में इसमें भी मृत्यु दर सामान्य वायरल बुखार के आस पास ही बना हुआ हे लेकिन कई देशो में यह कई गुना ज्यादा हे जो इसे कहीं घातक बना देता हे।

एम्स के एक वरिष्‍ठ डॉक्टर का कहना है कि कोरोना पॉजीटिव व्‍यक्ति को एक हफ्ते के अंदर-अंदर निमोनिया हो सकता है । रेस्पिरेटरी फेलियर यानि दम घुटना और सेप्टिक शॉक यानि शरीर में जहर फैलना भी इसकी अलग स्‍टेज हैं । इसका अर्थ यही निकलता है कि अधिकतर कोरोना पॉजीटिव व्‍यक्तियों की मौत या तो दम घुटने से होती है या शरीर में वायरस के फैलाव से होती है । उन्‍होंने यह भी बताया कि सामान्य फ्लू या वायरल में हल्का इनफेक्‍शन होता है, जिसका उपचारगरम पानी पीने और ऐसे ही घरेलू उपायों से हो जाता है।

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