Electro homeopathy medicine P1

Electro homeopathy medicine P1 ऊपरी श्वसन पथ, स्वरयंत्र, श्वासनली, और ब्रोन्किओल्स,खांसी के लिए , ठंड, कोरिज़ा और नाक और गले की खराश के लिए सबसे अच्छी औषधि हे । यह गले में खराश ब्रोंकाइटिस, लैरींगाइटिस, डिस्पेनिया में रामबाण की तरह काम करती हे ।यह औषधि स्वसन तंत्र के बिगड़े हुए कार्यों के प्रथम अवस्था को ठीक करती है। इस औषधि का प्रभाव वायु प्रणाली के समस्त फिजियोलॉजिकल प्रॉसेस पर है।

Electro homeopathy medicine P1
Electro homeopathy medicine P1

Electro homeopathy medicine P1 सहायक औषधि के रूप में छोटी आत में दर्द ,जोर का डकार आना ,जी मिचलाना, पेट गड़बड़आना ,वायु निकलने के साथ दस्त हो जाना , मलद्वार में खुजली गर्मी एवं दर्द का होना, पैर की एड़ी में घाव ,ठंडी के कारण उत्पन्न नाक कान गले का रोग , आंख से पानी गिरना , स्तन में दर्द प्लीहा का बढ़ जाना ,ऐठन मरोड़ माथे में दर्द, चक्कर आना और उल्टी पेट फूलना, जाघ, कमर हड्डी में दर्द आदि परेशानियों में यह प्रयोग किया जाता है।

Read Also:Electro Homeopathic Medicine F1

स्वांस के प्रथम अवस्था रोगो के लिए Electro homeopathy remedy P1 दिया जाता है। जब खांसी जुखाम का शुरुआत हो , तो P1 देना चाहिए। रोग के द्वितीय अवस्था के लिए P2 देना चाहिए। रोग के तीसरे अवस्था के लिए पी3 देना चाहिए। तथा रोग के अंतिम अवस्था के लिए P4 देना चाहिए।

इसका प्रथम dilution सूखी खांसी कफ कठिनाई से निकलना, तीव्र खांसी, फुफ्फुसों के आवरण की प्रदाह, वायु प्रणाली में प्रदाह में बहोत अच्छा कार्य करता हे।

Some Formula of Electro homeopathy Remedy P1

Tonsillitis : L1+P1+C13+Ven1 – D4

Viral Fever : F1+Ver1+Ven1+L1+P1+C13+YE – D6

Leave a Reply