Electro homeopathy Treatment of Vitamin D Deficiency
Electro homeopathy Treatment of Vitamin D Deficiency: विटामिन डी एक अत्यंत महत्वपूर्ण विटामिन है जो आपके पूरे शरीर में कई प्रणालियों पर शक्तिशाली प्रभाव डालता है ।
अन्य विटामिनों के विपरीत, विटामिन डी एक हार्मोन की तरह काम करता है, और आपके शरीर की हर एक कोशिका में इसके लिए एक रिसेप्टर होता है। आज बड़े हों या बच्चे, आप किसी का भी विटामिन डी की जाँच करा लीजिए वह काफी कम मात्रा में पाई जाती है और इसी के चलते थकान बनी रहना, मांसपेशियों का कमजोर होना या फिर अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पैदा होती हैं। हमारे यहाँ एक और धारणा यह बन गयी है कि हम यदि धूप में निकलेंगे तो काले हो जाएंगे, सौंदर्य के प्रति इसी चिंता ने स्वास्थ्य को सर्वाधिक प्रभावित किया है।

विटामिन डी हमारे शरीर को कई रोगों से निजात दिलाने में भी मदद करता है। लेकिन जब शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है तो यह व्यक्ति के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि हमें लगातार इसके लक्षणों पर नज़र बनाए रखें ताकि विटामिन डी कमी को पहचाना जा सके। बता दें कि विटमिन डी की कमी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती हैं जैसे, बच्चों में अस्थमा, बुजुर्गों की पहचानने की क्षमता में कमी, ग्लूकोज इन्टॉलरेंस वगैरह।
यह प्राकृतिक रूप से धुप , वसायुक्त मछली और डेयरी उत्पादों जैसे कुछ खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है, हालांकि विटामिन डी को अकेले आहार से पर्याप्त प्राप्त करना बहुत मुश्किल है।अनुशंसित दैनिक सेवन (RDI) आमतौर पर 400-800 IU के आसपास होता है, लेकिन कई विशेषज्ञों का कहना है कि आपको इससे भी अधिक लेना चाहिए।
विटामिन डी की कमी बहुत आम है। यह अनुमान है कि दुनिया भर में लगभग 1 बिलियन लोगों के रक्त में विटामिन का स्तर कम है । 2020 के एक अध्ययन के अनुसार, भारत में लगभग 40% वयस्कों में विटामिन डी की कमी है।
विटामिन डी की कमी के लक्षण
- अक्सर बीमार या संक्रमित होना ।
- थकान हलाकि थकान महसूस करने के कई कारण हो सकते हैं, और विटामिन डी की कमी उनमें से एक हो सकती है ।
- हड्डी और पीठ दर्द ।
- डिप्रेशन ।
- हड्डी क्षय ।
- बाल झड़ना ।
- मांसपेशियों में दर्द ।
Electro homeopathy Treatment of Vitamin D Deficiency
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