Electro Homeopathic Remedy C3
Electro Homeopathic Remedy C3 is a Tissue / glandular or anti degenerative remediy.Acts up on cutaneous and subcutaneous cellular and glandular structures.Degenerative skin lesions, extra growths in lupus, warts, moles.C3 त्वचीय और चमड़े के नीचे सेलुलर और ग्रंथियों संरचनाओं पर कार्य करती है। त्वचा के घाव, ल्यूपस, मास्सा , तेल में और कहीं अतिरिक्त वृद्धि पर इसका प्रभाव हे।
इस औषधि का प्रमुख प्रभाव त्वचा, एवं त्वचा की ग्रंथियों , त्वचा के नीचे रहने वाले एवं सूत्रों , हड्डियों एवं तरुनस्थियों की श्लेष्मिक कलाओं, आंतों और ग्रंथियों आदि पर है ।। जिसके परिणाम स्वरुप यह औषधि सूत्रों के सड़न- गलन , गहरे घाव गूमड़ , तेजाब से जल जाना, पाला मार देना , आंतों में फोड़ा एवं कैंसर , पुराना दस्त एवं संग्रहणी, आंतों में पुरानी सूजन , ट्यूबरक्लोसिस , कंठमाला अस्थियों का सड़ना गलना, चेहरे की बतौडी , त्वचा के कैंसर आदि के परेशानियों को नष्ट कर देती है।
Plants in Electro Homeopathic remedy C3
Conium Maculatum |
Daphna Mezerium |
Pimpinella Saxifraga |
Rhus Toxi Codendron |
Vincetoxicum Officinale |
यह औषधि C3 त्वचा के तीसरे परत पर भी कार्य करती है । अतः चमड़ा मोटा, कड़ा , अत्यंत खुजली एवं जलन युक्त दाद , सफेद रंग की पपड़ी युक्त एक्झिमा, खुजलाने पर जलन , जननांग की खुजली पेरीटोनाइटिस इत्यादि रोगों की सफल औषधि है।इस औषधि का प्रभाव पाचन तंत्र पर भी है। अतः यह औषधि पुराने दस्त संग्रहणी , जीण प्रकार की एवं जलन एवं बेचैनी युक्त आमाशय में घाव, प्रसव एवं यकृत की खराबी से कब्ज आदि रोगों को जड़ मूल से नाश करती है।
इस औषधी का मुख्य प्रभाव निम्न हे
- स्वर यंत्र एवं अन्न नली में घाव,
- सूखा रोग टीवी,
- लंबी हड्डियों में सूजन एवं प्रदाह
- गर्भाशय का बाहर निकल आना ,
- कमर दर्द हड्डियों में दर्द घुटनों में दर्द
- प्रोस्टेट ग्रंथियों का बढ़ना
- काम की तीव्र इच्छा पर असमर्थ होना
- ओवरी की सूजन , कड़ापन एवं बढ़ जाना ,
- गर्भाशय आमाशय आदि का कैंसर आदि रोगों में दिया जाता है।